अचानक बदलते मौसम की मार ने किसानो को एक बार फिर से चिंता मे डाल दिया है
क्षेत्र के आसपास खेतों में खड़ी गेँहू की फसल पूरी तरह जमीन पर लेट गयी जिससे फसल सड़ने का डर तो दूसरी तरफ जौ फसल पक्काव पर थी लेकिन तेज तूफान के साथ हल्की बरसात ने इस फसल को भारी नुकसान पहुंचाया है । सरसों की कटाई चल रही है जिससे कटी हुई इस फसल के तूफान की चपेट में आने से टहनियां एवं तिनके जमीन पर बिखर गये ।
क्षेत्र के किसानों ने बताया की इस तूफान भरी आपदा ने खेतों में खड़ी फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया है लेकिन दुःख इस बात का है कि इस तेज तूफान के साथ हल्की बरसात को सरकारी नुमाइन्दे आपदा नही मानेंगे जिसके कारण आपदा राहत कोष से किसानों को आर्थिक सहायता मिलना मुश्किल है तो वहीं अगर दूसरी तरफ बात करें फसल बीमा योजना की तो इसमें किसान को जरूर फसल बीमा क्लेम मिलने का प्रवधान है लेकिन बीमा कम्पनियां भी इसको लेकर ज्यादा संजीदा नही है और ना ही जिले का कृषि विभाग ।
शिवप्रकाश सहारण
ब्लॉक अध्यक्ष, ग्रामीण किसान मजदूर समिति, सादुलशहर